Thursday, July 8, 2010

जाति पंचायत में राजस्थान पुलिस रै इन्सपेक्टर री पेशी!

समूचै देस में आज जाति अर खांप पंचायतां पर बहस आदि चाल रैयी छैं। समूचौ मीडीया अर बौधिक वर्ग इण पंचायता रा नक्कू कसण सारू हाफळ कर रह्यौ छै। इण जाति अर खांप पंचायतां रै माथै इण देस रौ कोई कानून नीं चालै। इणां रौ आप रौ न्यारौ कानून नैं संविधान छै जिण री पालणा हरैक नैं (भलांई बो कित्तो ही बडो व्है) करणी पड़ै अर जदि नीं करै तो उण नैं जात-बिरादरी सूं टळणौ पडै़। इण खांप पंचायता रौ सरूप घणौ बडौ नैं माण मरजादा घणी ऊँची  व्है। देस रै कानून रै सैंजोड़ उभी ऐ पंचायतां देस रै कानून अर संविधान रै माथै आंगळी उठावती थकी चिगावती रेवै।
लारलै दिनां इसौ ही ऐक नमूनौ सहर बीकाण में निजर आयौ जद राजस्थान पुलिस रै ऐक इन्सपेक्टर नैं ‘‘सारस्वत समाज’’ री जाजम मांय हाजरी भरणी पड़ी अर आपरै कसूर री सफाई देवण नैं मजबूर व्हैणौ पड़ियौ। इण इन्सपेक्टर माथै आरोप हौ कै इण आपरै छोरै री सगाई च्यार साल तकात कर ने  राखी अर इण पछै ब्यांव करियौ। पण जिकी छोरी ब्यांव करनै इण रै घरां बीनणी रै रूप में आयी उण सूं उण रौ धणी लारलै डेड बरस सूं कोई बोल बतळावण ही नीं करी। उण रै साथै फैरां खायां रै केई घंटा पछै ही ओ बींद अग्नि री साखी में लियां सात फैरां रा बचनां नै भूल परो किणी महताउ काम रै ओळावै सूं इयूं निकळयो जियां कोई जुध रै मोरचे पर जा रह्यौ व्है।
सुहाग री सैज पर सूती कामणी रोंवती-कळपती रैयी पण उण बनड़े रै मन में इण कामणी रै दुख सूं कोई मतलब कोनी हो वो तो फगत बाप रै कैवण मतै ब्यांव री लीक पूरी ही। आज रो दिन अर काल री घड़ी ओ बींद तो पाछौ बावड़यो ईज कोनी। संस्कारी अर समाज री सरम नैं ढोंवती बिच्यारी कामणी गाडी सही चांके आवण री आस में दिन ओछा करती रैयी पण बींद राजा मुंबई जिस्सी महा नगरी में आपरौ न्यारौ जाचौ जचा राख्यौ हो। ऐकर बापड़ी सासू में राम बड़यो तो वा आप री बीनणी नैं मुंबई लेय’र गयी पण अठै भी बींद राजा आप रै काम रै ओळावै सूं टाळ-मटोळ करता रैया। दो दिन पछै सासु तो पाछी मारवाड़ आयगी अर च्यार दिनां री छेती पछै बींद राजा हवाई जहाज सूं बीनणी नैं भी खाली हाथ पाछी टोर दी।
अबै बापड़ी कित्तीक जरणा करै, उण रै कोई बाकी में चाकी नीं रैयी। छेवट उण आंती आय नै आपरौ रोवणौ घर रां सांमी परगास्यौ तो घर वाळां रा कान खुस’र हाथा में आयग्या। अबै सरू व्हियौ डिजास्टर मेनेजमेन्ट! इण मामले रौ बेगो निवेड़ो किसी अदालत में व्है सकै? छेवट समाज री अदालत रौ मारग ईज सगळां रै जच्यौ। इन्सपेक्टर समाज री अदालत में आया अर आप रै बंचाव में कह्यौ कै म्हारौ छोरो कैवै के इण छोरी रै साथै म्हनैं रैवण नैं मजबूर करयो तौ म्हैं सुसाईड कर लेवूंला। समाज री जाजम पर बिराजया पंच पटेलां कह्यौ कै जद थांनै इण बात री ठा ही कै थांरौ छोरो थांरै कैवण में कोनी जद थै क्यूं तो च्यार बरस तांई ठिकाणो करयोड़ो राख्यौ? अर ब्यांव करयो? तद इन्सपेक्टर साहब कनै कोई पडूतर कोनी हो अर नस हेटै करली। इण पछै पंच-पटेलां इन्सपेक्टर साहब सूं आ दरखास्त करी कै आप आप रै छोरै नैं इण जाजम पर बुलावो! तद इन्सपेक्टर साहब आपरै सभीस्ते मुजब 12 जुलाई री तारीख नैं आप रै छौरै नैं समाज री अदालत में हाजर करण रौ भरोसो दिरायौ।
अबै सगळां लोगां री निजरां 12 जुलाई पर टिक्यौड़ी छै जद वौ छोरो समाज री जाजम पर आय नैं आप री बात राखैला। सो टकां रौ सवाल ओ ईज छै कै कांई उण गाय नैं न्याव मिळेला? या इन्सपेक्टर रौ लाडैसर इण पंचायत रै फैसले नीं मान’र बाप रै धोळा में धूड़ न्हाखैला? इण समाज री पंचायती पर समाज रा लोगां नैं खरौ भरोसो छै क्यूंकै जूनै जमानै सूं इण रा फैसलां समाज नैं सूंवी सीख देंवता रैया छै। महाराजा गंगासिंघ जी भी अेकरकी इण अदालत में पधारया अर इण रै न्याव रै निवेड़ै नैं घण सरायौ। सो अठै ओ लिखणै रौ मतलब इत्तो ही कै कोई कीं भी कर लै इण जाति पंचायता री महता हरमैस बणी रेवैला। देस में कित्ती ही नूंवी अदालता बण जावै, नूंवा कानून बण जावै, पण वै इण अदालतां री ठौड़ नीं ले सके अर इणा री हौड तौ कदैई नीं कर सकै।


विनोद सारस्वत,
बीकानेर